मसूरी में जाम के झाम से पर्यटको सहित स्थानीय व्यापारी हो रहे परेशान।
सुनील उनियाल/ मसूरी :- मसूरी में जाम हो गया आम, इससे सबसे बड़ी परेशानी स्थानीय व्यवसायियों को हो रही है। जाम लगने से उनका व्यवसाय चौपट हो रहा है। यह समस्या कोल्हूखेत से मसूरी तक के व्यापारियों को हो रही है। लंढौर क्षेत्र, मालरोड हो या अन्य क्षेत्र सभी जगहों से आये दिन सोशल मीडिया पर जाम से हो रहे नुकसान की चर्चा की जा रही है।
मसूरी में लगातार लग रहे जाम से स्थानीय व्यापारियों को इसका खामियाजा भुगतना पड़ रहा है। लोगों का कहना है कि सीजन के दौरान बड़ी संख्या में वाहनों के आने से व्यापारियों को लाभ के बजाय नुकसान हो रहा है। जाम के कारण सबसे अधिक परेशानी लंढौर बाजार के व्यवसायियों को हो रही है, जिस पर आये दिन सोशल मीडिया पर जाम से परेशान होने पर लोग लिख रहे है, कि उन्हें ऐसा पर्यटन नहीं चाहिए, जिससे समस्या पैदा हो, अब तो लंढौर बाजार को पैदल वॉक जोन बनाने की मांग भी उठने लगी है। लंढौर बाजार के दुकानदारों का कहना है कि लगातार जाम के कारण उनका व्यवसाय प्रभावित हो रहा है लोग वाहनों में फंसे रहते है, जिस कारण कोई भी दुकान तक नहीं पहुंच पाता, वहीं स्थानीय लोग भी जब लंढौर बाजार में सामान खरीदने आते है तो वह घंटा घर से लंढौर तक कहीं भी वाहन खडे न कर पाने के कारण गुरूद्वारा चौक से साउथ रोड से वापस चले जाते हैं। अब कोल्हूखेत के दुकानदारों ने भी जाम की समस्या से व्यवसाय को हो रहे नुकसान की बात को उठाया है। स्थानीय व्यवसायियों का कहना है कि कोल्हूखेत ईको बैरियर के कारण लंबा जाम लग जात है जिससे उनका व्यवसाय प्रभावित हो रहा है, जाम के कारण जो स्थानीय लोग भी आना चाहते है, वह भी नहीं आ पाते वहां पर गाड़ी खडी करने के लिए स्थान नहीं मिलता, इससे अच्छा तो ऑफ सीजन रहता है उस समय अच्छा व्यवसाय होता है। इसी कड़ी में अब अपर मालरोड पिक्चर पैलेस से घंटाघर के व्यवसायी भी परेशान है जाम लगने के कारण उनका व्यवसाय भी प्रभावित हो रहा है, रोड किनारे खडी स्कूटियों के कारण जाम लग जाता है वहीं ये लोग आये दिन अभद्रता करते हैं व पर्यटक दुकानों में नहीं आ पाते। वहीं झूलाघर से पिक्चर पैलेस तक गोल्फ कार्ट के चलाये जाने का भी व्यापारियों ने विरोध किया था उनका कहना था कि पर्यटक गोल्फकार्ट में बैठकर सीधा चला जाता है व उन्हें व्यवसाय नहीं मिल पाता जबकि पहले पर्यटक मालरोड पर पैदल घूमता था तो व्यवसाय मिलता था। इस समस्या का समाधान न होने से स्थानीय लोगों में खासा आक्रोश है, जाम लगने के कारण स्कूली बच्चों को भी परेशानी होती है व उन्हें विलंब हो जाता है जिस कारण स्कूल में उन्हें फटकार लगती है। इस समस्या का समाधान करने के लिए शासन प्रशासन को प्रयास करने चाहिए वरना आने वाले समय में यह नासूर बनता जायेगा।
संपादक: सुनील उनियाल
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